श्रीवैष्णव लक्षण

श्रीः
श्रीमते शठकोपाय नमः
श्रीमते रामानुजाय नमः
श्रीमद्वरवरमुनये नमः
श्री वानाचलमहामुनये नमः

4f4f1-mamuni-azhwarthirunagariश्री वरवरमुनि स्वामिजिआळ्वार्तिरुन्गरि

ponnadikkAl-jeeyar-tkeniपोन्नडिक्काल् जीयर् (तोताद्रि मत् प्रतम स्वामि) – तिरुवल्लिक्केणि

e-book – https://1drv.ms/b/s!AiNzc-LF3uwyhiytXvQUdcFHHI17

भगवान श्रीमान नारायण के निर्हेतुक कृपा और आल्वार, आचार्य की दया के कारण अडियेंन  यह इ-किताब का संकलन कर पाया. यह इ-किताब इस विषय पर प्रकाशित किये गए विभिन्न लेख पर आधारित है. कई श्रीवैष्णवों ने इन लेखों पर अपने राय देकर बड़ी कृपा की है. अडियेंन उन सारे बहुमूल्य राय को अपने इ-किताब पर शामिल किया है. इस इ-किताब में कुछ अद्भुत तस्वीरें एकत्र करके उन्हें भी शामिल की है. विषय के लिए उपयुक्त यह तस्वीरें इस लेख को शोभा देती हैं.

सारथी तोताद्रि स्वामी द्वारा प्रकाशित:

अडियेंन  केशव रामानुज दासन

पुनर्प्रकाशित: अडियेंन जानकी  रामानुज दासि

संग्रहीत : https://granthams.koyil.org

आधार: https://granthams.koyil.org/srivaishnava-lakshanam-english/

प्रमेय – https://koyil.org
प्रमाण  – https://granthams.koyil.org
प्रमाता – https://acharyas.koyil.org
श्रीवैष्णव शिक्षा / बल्य पोर्टल – https://pillai.koyil.org

1 thought on “श्रीवैष्णव लक्षण”

  1. जय श्रीमन्नारायन बहुत अच्छा प्रयास आलवन्दार स्तोत्र पर एक ऐप बनाऐं

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