अन्तिमोपाय निष्ठा – १२ – आचार्य भगवान् के अवतार हैं

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << एम्बार और अन्य शिष्य पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ११ – एम्बार और अन्य शिष्य) में हमने एम्बार के दिव्य दृष्टिकोण और कुछ अन्य घटनाओं को देखा। इस लेख में, यह स्थापित किया गया है कि आचार्य भगवान् के अवतार हैं और … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ११ – एम्बार और अन्य शिष्य

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << श्री रामानुज के शिष्यों की निष्ठा पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – १० – श्री रामानुजाचार्य स्वामीजी के शिष्य) में हमने श्री रामानुजाचार्य स्वामीजी के शिष्यों की दिव्य महिमा देखी। हम इस लेख में ऐसी घटनाओं (मुख्य रूप से श्रीएम्बार् स्वामीजी की … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – १० – श्री रामानुज के शिष्य

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) का वैभव २ पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ९ – श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) का वैभव २) में हमने नम्पिळ्ळै की दिव्य महिमा देखी। हम इस लेख में श्री रामानुज के विभिन्न शिष्यों के साथ घटित विभिन्न घटनाओं का क्रम … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ९ – श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) का वैभव २

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << आषाढ़ माह मूला नक्षत्र – रम्यजामात्रु और रम्यजामात्रुमुनि पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ८ – आषाढ़ माह मूला नक्षत्र – रम्यजामात्रु और रम्यजामात्रुमुनि) में हमने हमारे पूर्वाचार्यों के जीवन में घटित सबसे अद्भुत घटनाओं को देखा, जैसे, श्री रंगनाथ भगवान्, … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ८ – आषाढ़ माह मूला नक्षत्र – रम्यजामात्रु और रम्यजामात्रुमुनि

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << श्रीकलिवैरिदास (नम्पिळ्ळै) का वैभव १ पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ७ – श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) का वैभव १) में हमने श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) के जीवन में घटित कई घटनाओं के माध्यम से श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) की महानता … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ७ – श्रीकलिवैरिदास (नम्पिळ्ळै) का वैभव १

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << भगवान् के ऊपर आचार्य की उच्च स्थिति पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ६ – भगवान के ऊपर आचार्य की उच्च स्थिति) में हमने देखा कि हमारे पूर्वाचार्यों के जीवन में घटित कई घटनाओं के माध्यम से कि आचार्य कैङ्कर्य / … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ६ – भगवान् के ऊपर आचार्य की उच्च स्थिति

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << भट्टर्, श्रीवेदान्ति जीयर् (नन्जीयर्) और श्रीकलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ५ – भट्टर्, श्री वेदान्ति जीयर् (नन्जीयर्) और श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै)) में, हमने भट्टर्, श्री वेदान्ति जीयर् (नन्जीयर्) और श्री कलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै) के दिव्य व्यवहारों को … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ५ -भट्टर्, श्रीवेदान्ति जीयर् (नन्जीयर्) और श्रीकलिवैरि दास (नम्पिळ्ळै)

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << एम्पेरुमानार् की दया   पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा – ४ – श्री रामानुज (एम्पेरुमानार्) की दया) में, हमने श्री रामानुज (एम्पेरुमानार्) की दिव्य दया देखी। हम इस लेख में हमारे पूर्वाचार्यों के साथ हुए कई घटनाओं का क्रम को जारी … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा – ४ – एम्पेरुमानार् की दया

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << शिष्य लक्षण पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा ३ – शिष्य लक्षण) में, हमने एक सच्चे शिष्य के गुणों को देखा। हम इस लेख में हमारे पूर्वाचार्यों के कई घटनाओं का क्रम जारी रखेंगे। एक बार, आन्ध्रपूर्ण (वडुग नम्बि) श्रीरामानुाजाचार्य (एम्पेरुमानार्) के … Read more

अन्तिमोपाय निष्ठा ३ – शिष्य लक्षण

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः अन्तिमोपाय निष्ठा << आचार्य लक्षण/वैभव पिछले लेख (अन्तिमोपाय निष्ठा २ – आचार्य लक्षण/वैभव) में, हमने आचार्य की महिमा देखी। हम इस खंड में शिष्य लक्षण के बारे में जानेंगे। शिष्य लक्षण पर अधिकः उपदेश रत्न माला ७२ – इरुळ् तरुमा ज्ञालत्ते इन्बमुत्तु (इन्बमुट्रु) वाऴुम् … Read more