अनध्ययन काल और अध्ययन उत्सव

 ॥ श्रीवादिभीकरमहागुरुवेनमः ॥           ॥ श्रीमद्वरवरमुनयेनमः ॥    ॥ श्रीमतेरामानुजायनमः ॥ e-book – https://1drv.ms/b/s!AiNzc-LF3uwygjPyyaKnNn1_pvID कलियन अरुल पाडु और ६००० पड़ी गुरु परम्परा प्रभावम को आधार लेकर अँग्रेजी में श्रीमान परम भागवत सारथी तोताद्रीजी ने “ अनध्ययन काल और अध्ययन उत्सव ” लेख को प्रकाशित किया है, उसीको हिन्दी में अनुवाद किया गया है । श्रीरंगम में अध्ययन … Read more

यतिराज विंशति – 2

श्री रङ्गराज चरणाम्बुज राजहंसं श्रीमत्परांकुश पदाम्बुज भृंगराजम् । श्रीभट्टनाथ परकाल मुखाब्जमित्रं श्री वत्सचिह्नशरणं यतिराजमीड़े ॥ २ ॥ श्री रङ्गनाथ भगवान श्री रङ्गराज चरणाम्बुज राजहंसं            : श्री रङ्गनाथ भगवान के चरणकमलों                       के राजहंस श्रीमत्परांकुश पदाम्बुज भृंगराजम्    : श्रीशठकोपमुनि के चरणकमलोंके भ्रमर श्रीभट्टनाथ परकाल मुखाब्जमित्रं … Read more

यतिराज विंशति – 1

श्रीमाधवाङ्घ्रि जलजद्वयनित्यसेवा प्रेमाविलाशयपरांकुश पादभक्तम् । कामादि दोषहरमात्म पदाश्रितानां रामानुजं यतिपतिं प्रणमामि मूर्ध्ना ॥ १ ॥ श्रीमाधवाङ्घ्रि जलजद्वय                 : भगवान के कमल रूपी चरणों की जलजद्वयनित्यसेवा प्रेमाविलाशय          : नित्य सेवामें प्रेम से जो व्याकूलित हैं प्रेमाविलाशयपरांकुश पादभक्तम्             : ऐसे श्री शठकोप मुनि के चरणोंके भक्त आत्म पदाश्रितानाम्               : अपने चरणोंका आश्रय लेने वालों … Read more

तनियन् श्लोक

तनियन् श्लोक श्रीमद्वरवरमुनि देवराज गुरु य: स्तुतिं यतिपतिप्रसादनीं व्याजहार यतिराज विंशतिम् | तं प्रपन्नजन चातकाम्बुदं नौमि सौम्यवरयोगिपुङ्गवम् || य:                                  : जिन श्रीमद् वरवरमुनि ने यतिपति प्रसादनीं           : यतिराज श्री रामानुज मुनि को प्रसन्न करनेवाली यतिराजविंशतिं     … Read more

यतिराज विंशति – अवतारिका

३० वें श्री तोदाद्रीपीठाधिपति श्रीमत्परमहंसेत्यादी जगद्गुरू श्री श्री कलियन् वानमामलै रामानुज जीयर् स्वामीजी द्वारा अनुगृहीत मङ्गलाशासन पत्र का अंश भाग   “भगवद् भाष्यकार श्रीरामानुजस्वामी के प्रति यह स्तोत्र श्रीरम्यजामातृयोगीन्द्र द्वारा रचित है। यद्यपि यह श्लोकों की संख्या की दृष्टि से छोटा स्तुति-ग्रंथ है, तथापि इसमें श्रीवरवरमुनीन्द्र स्वामी का जो भावोद्गार ललित और गम्भीर वाग्गुम्फनके द्वारा … Read more