वेदार्थ संग्रह: 4
श्रीः श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः वेदार्थ संग्रह भाग ३ वेदों के महत्त्व की समझ व्यक्तिगत आत्मा का और भगवान का वास्तविक स्वभाव। वेदों का सार बताते हुए, भगवद रामानुज ने अगले दो मार्गों में व्यक्तिगत आत्मा और ईश्वर के सच्चे स्वभावको समझाया है। अंश ४ 1. व्यक्तिगत आत्मा के सच्चे स्वभावमें बहुरूप … Read more