प्रपन्नामृत – अध्याय १५
प्रपन्नामृत -अध्याय 15 ♦श्री यादवप्रकाशाचार्य की शरणागति♦ 🔹श्री कुरेश स्वामीजी से पराजित होकर यादवप्रकाश अपने मठमें आये। 🔹रात को स्वप्नमें देवराज भगवान ने यादवप्रकाश से कहा, “तुम्हारी माता की वाणी सत्य है, यतिराज की शरणागति के बिना तुम्हारी मुक्ति न होगी।” 🔹अभी भी संशयग्रस्त यादवप्रकाश कुछ निर्णय नही कर पाये तो माताजी ने उन्हें यतिराज … Read more