यतीन्द्र प्रवण प्रभावम – तनियन
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः यतीन्द्र प्रवण प्रभावम श्रीशैलेशदयापात्रं धीभक्त्यादि गुणार्णवम् । यतीन्द्रप्रवणं वन्दे रम्यजामातरं मुनिम् ॥ (मैं रम्यजामातरं मुनि (श्रीवरवरमुनि स्वामीजी) को पूजता हूँ जो श्रीशैलेश स्वामीजी के कृपा पात्र हैं, जो गुणों के समुन्द्र हैं जैसे ज्ञान, भक्ति, आदि और जिन्हें भगवद श्रीरामानुज स्वामीजी (यतियों के राजा) के प्रति … Read more