चरमोपाय निर्णय – श्री रामानुज स्वामीजी ही उद्धारक है – 3
॥ श्री: ॥ ॥ श्रीमते रामानुजाय नमः ॥ ॥ श्रीमद्वरवरमुनयेनमः ॥ ॥ श्रीवानाचलमहामुनयेनमः ॥ ॥ श्रीवादिभीकरमहागुरुवेनमः ॥ एक बार श्री गोविंदाचार्य स्वामीजी भगवान के गुणों का अनुभव करते हुये विराजमान थे, तब भट्टर स्वामीजी आकर साष्टांग करके पूछते हैं , आचार्य दो प्रकार के होते है ( कृपामात्र प्रसन्नाचार्य और स्वानुवृति … Read more