कृष्ण लीलाएँ और उनका सार – ५० – पांडव दूत – भाग २
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्रीवानाचल महामुनये नमः श्रृंखला << विदुर पर कृपा कौरवों की सभा में जो हुआ आइए उसका आनन्द लें।जब कृष्ण दूत बनकर वहां पधारे, तब धृतराष्ट्र ने सोचा कि वह कृष्ण को बहुत-सा धन देकर उन्हें अपने पक्ष में कर लेंगे परन्तु तुरन्त ही उनको अनुभूति … Read more