प्रपन्नामृत – अध्याय ६
प्रपन्नामृत – अध्याय 6 ◾ सहस्रगीति का अध्ययन करते समय श्री यामुनाचार्यजी को श्री रामानुजाचार्य का ध्यान आना ◾ ▪ श्री रामानुजाचार्य वरदराज भगवान की सेवा अनन्यभाव से करते हुए काञ्चीपुरीमें निवास करने लगे। ▪ एक समय स्वामीजी श्री यामुनाचार्यजी श्री शठकोपसुरी रचित सहस्रगीति का अध्ययन करते समय अपने शिष्योंको बुलाकर आदेश दिये, “आप रामानुज … Read more