श्रीवचन भूषण – अवतारिका – भाग २
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्रीवानाचल महामुनये नम: पूरी श्रृंखला पूर्व अवतारिका के अगले भाग में हम अब आगे बड़ते हैं। इस अवतारिका के खंड में श्रीवरवरमुनि स्वामीजी इस प्रबन्ध के लिये दो प्रकार के वर्गीकरण (६ खंड और ९ खंड) बताते हैं। श्रीपिळ्ळैलोकाचार्यर्, श्रीवरवरमुनि स्वामीजी – श्रीपेरुम्बुतूर् पहिले हम देखेंगे … Read more