आल्वार तिरुनगरी वैभव – उत्सव
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नम: आल्वार तिरुनगरी वैभव << सन्निधी प्रतिदिन ताम्रपर्णी नदी से जल लाकर श्रीशठकोप स्वामीजी का तिरुमंजन करते हैं। पूर्ण: वर्ष में भगवान, अम्माजी, आलवार और आचार्य के कई उत्सव होते हैं। हम इस विषय में अब अधीक सीखेंगे। प्रति माह में होनीवाली पालकी … Read more