श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नम:
यहा हम आदिनाथ भगवान के मन्दिर के अंदर की सन्निधि (पवित्र तीर्थ), परिक्रमा मार्ग आनेवाली सन्निधी, मंदिर के बाहर की सन्निधि, मठ और तिरुमाली को जानेंगे।
आदिनाथ भगवान के मन्दिर के भीतर की सन्निधीयाँ
- श्रीरंगनाथ भगवान सन्निधि – श्रीदेवी, भूदेवी समेत आदिनाथ भगवान – मूलवर् (मूल विग्रह जो कभी गर्भगृह से बाहर नहीं निकते)। आदिनायिका, कुरुगूर् नायिका, श्रीदेवी, भूदेवी, नीळादेवी समेत पोलिंदु निन्ऱ पिरान् सन्निधि -उत्सवर् (उत्सव विग्रह जो उत्सव में बाहर निकलकर दर्शन देते हैं), नवबेरर्गळ् (शयन, स्नानादि के लिए विग्रह)”।
- द्वारपाल, अनन्त, गरुड, विष्वक्सेन सन्निधी
- पोन् ईन्ड्ऱ पिरान् सन्निधि
- श्रीराम, श्रीकृष्ण सन्निधी
- गरुड सन्निधी
- रुक्मिणी सत्यभामा समेत श्रीवेणुगोपाल सन्निधी
- ज्ञानप्पिरान सन्निधी – भूदेवी समेत वराह भगवान (गरुड सन्निधि के साथ)
- आदि नाच्चियार सन्निधी
- परमपदनाथ सन्निधी
- सुदर्शन चक्रराज सन्निधी
- दशावतार सन्निधी
- कुरुगा नाच्चियार सन्निधी
- तिरुप्पुली भगवान सन्निधी (दिव्य इमली का पेड़ जहाँ श्रीशठकोप स्वामीजी निवास करते थे)
- श्रीमन नाथमुनी सन्निधी
- बारह आलवार सन्निधी
- श्री नरसिंह भगवान सन्निधी
- श्रीवेंकटेश भगवान सन्निधी
- श्रीशठकोप स्वामीजी सन्निधी (ध्वज स्तम्भ सहित)
- श्रीहनुमानजी सन्निधी
- श्रीकृष्ण सन्निधि [यानैच्चालै (हाथी बाँधने का स्थान) ]
- पक्षीराज (गरुड) सन्निधी
अन्य सन्निधी (मन्दिर के बाहर)
- तेऱ्कुत् तिरुवेंङ्गडमुडैयान् सन्निधि (दक्षिण माड वीथी)
- श्रीरंगनाथ भगवान सन्निधी (दक्षिण माड वीथी)
- श्रीपिल्लै लोकाचार्य सन्निधी (उत्तर माड वीथी)
- श्रीराम भगवान सन्निधी (उत्तर माड वीथी)
- वेदान्त देशिक सन्निधी (उत्तर माड वीथी)
- श्रीगोदाम्बाजी सन्निधी (उत्तर माड वीथी)
- श्रीवरवरमुनि स्वामीजी सन्निधी (उत्तर माड वीथी)
- श्रीकुरेश स्वामीजी / श्रीपराशर भट्टर स्वामीजी सन्निधी (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम)
- श्रीकाञ्चीपूर्ण स्वामीजी सन्निधी (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम) श्रीपुण्डरीकाक्ष स्वामीजी / श्रीशैलेश स्वामीजी सन्निधी (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम) श्रीमहापूर्ण स्वामीजी (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम)
- श्रीरामानुज स्वामीजी सन्निधी (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम)
- श्रीकृष्ण सन्निधी (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम)
- सिंङ्गप् पेरुमाळ् (भगवान नृसिंह) सन्निधि (तिरुच्चङ्गणित् तुऱै – तीर्थवारि मंडपम् – वडक्कु रथ तिरुवीधि)
- श्रीकलिवैरिदास स्वामीजी (वडक्कु – उत्तर दिशा)
- वडक्कु तिरुवेंङ्गडमुडैयान् सन्निधि (वडक्कु रथ वीथी)
- श्रीराम सन्निधी (परांकुश / नायक्कर मण्डप)
- श्रीवेंकटेश भगवान मन्दिर (श्रीवेंकटेश भगवान सन्निधी – आलवार अवतार स्थल)
श्रीमठ (जीयर स्वामीजियों के मठ)
- श्रीरामानुज जीयर मठ (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम)
- श्री वानमामलै मठ (वडक्कु रथ वीथी)
- श्री तिरुक्कुरुंगुड़ी मठ (वडक्कु रथ वीथी)
- श्री अहोबिल मठ (रामानुज चतुर्वेदी मंगलम)
आश्रम / श्रीवैष्णव स्थापना (श्रीवैष्णवों द्वारा स्थापित)
- श्रीरंगम श्रीमद आण्डवन आश्रम (वडक्कु रथ वीथी)
- उत्तरादी मठ (तेऱ्कु रथ वीथी)
तिरुमालीगै / आचार्य पुरुषार्गल (आचार्यों का निवासस्थान)
- अरैयर् तिरुमाळिगै [श्रीमन् नाथमुनि के वंशज, किऴक्कु (पूर्व) माड वीथी]
- अण्णावियार् तिरुमाळिगै [मधुरकवि आऴ्वार् वंशज, तेऱ्कु (दक्षिण) माड वीथी]
- तिरुवाय्मोऴि पिळ्ळै तिरुमाळिगै (रामानुज चतुर्वेदी मंङ्गलम)
- आत्तान् तिरुमाळिगै (मुडुम्बै नम्बि वंशज, वडक्कु रथ वीथी)
- कऱ्कुळम् तिरुमाळिगै (कोमाण्डूर् इळयविल्लि आच्चान् वंशज, वडक्कु रथ वीथी )
कई आचार्य पुरुष (आचार्य जो सम्प्रदाय को आगे बढ़ाने के लिये श्रीरामानुज स्वामीजी द्वारा नियुक्त किये गये) यहाँ स्थायी रूप से निवास कर आदिनाथ भगवान का कैंकर्य करते हैं। आगे कई तीर्थ्थकार और स्थलत्तार यहाँ अभी भी कैंकर्य करते हुए निवास कर रहें। उत्सवों के समय कई जीयर यहाँ मंगलाशासन करने पहुँचते हैं।
अगले भाग में हम यहाँ पर होनेवाले उत्सवों को देखेंगे।
आदार – https://granthams.koyil.org/2022/12/06/azhwarthirunagari-vaibhavam-5-english/
अडियेन् शिल्पा रामानुज दासि
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