आचार्य हृदयम् – १३
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्रीवानाचल महामुनये नमः श्रृंखला << आचार्य हृदयम् – १२ अवतारिका (परिचय) नायनार का कहना है कि भगवान और आत्मा के मध्य सम्बन्ध शास्त्र प्रदानम् (शास्त्र प्रदान) करना है। चूर्णिका – १३ इन्द उदरत्तरिप्पु त्रैगुण्य विषयमानवट्रुक्कु प्रकाशकम्। सामान्य व्याख्या इस सम्बन्ध के कारण ही भगवान ने शास्त्र (वेद) प्रदान किया। … Read more