श्रीवचन भूषण – सूत्रं ५६
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्रीवानाचल महामुनये नम: पूरी श्रृंखला << पूर्व अवतारिका यह पूछे जाने पर कि “क्योंकि यह (प्रपत्ती) अंगम (सहायक चरणों) के साथ निर्धारित किया गया है तो क्या यह नियम “यत् यत् साङ्गम्, तत् तत् साधनम्” (जिसमें भी सहायक चरण/अंग है उसे साधन माना जाएगा), यहाँ लागू नहीं … Read more