यतिराज विंशति – अवतारिका

३० वें श्री तोदाद्रीपीठाधिपति श्रीमत्परमहंसेत्यादी जगद्गुरू श्री श्री कलियन् वानमामलै रामानुज जीयर् स्वामीजी द्वारा अनुगृहीत मङ्गलाशासन पत्र का अंश भाग   “भगवद् भाष्यकार श्रीरामानुजस्वामी के प्रति यह स्तोत्र श्रीरम्यजामातृयोगीन्द्र द्वारा रचित है। यद्यपि यह श्लोकों की संख्या की दृष्टि से छोटा स्तुति-ग्रंथ है, तथापि इसमें श्रीवरवरमुनीन्द्र स्वामी का जो भावोद्गार ललित और गम्भीर वाग्गुम्फनके द्वारा … Read more