श्रीवैष्णव संप्रदाय मार्गदर्शिका – गुरु परंपरा
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः श्रीवैष्णव संप्रदाय मार्गदर्शिका << पूर्व अनुच्छेद पूर्व अनुच्छेद में हमने आचार्य और शिष्य के संबंध के विषय में चर्चा की। कोई यह प्रश्न कर सकता है कि “हमें भगवान और हमारे मध्य आचार्य की आवश्यकता क्यों है? क्या ऐसे दृष्टांत नहीं … Read more