यतीन्द्र प्रवण प्रभावम् – भाग १०५
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः यतीन्द्र प्रवण प्रभावम् << भाग १०४ यतीन्द्र प्रवण प्रभावम् – अनुबंधम् श्रीशैलेश मन्त्र का वैभव श्रीशैलेश दयापात्रं धीभक्तयादिगुणार्णवम् । यतीन्द्रप्रवणं वन्दे रम्यजामातरं मुनिम् ॥ यह सर्वविदित हैं कि श्रीरङ्गनाथ भगवान ने कृपाकर श्रीवरवरमुनि स्वामीजी पर उनके शिष्य के रूप में इस तनियन् कि रचना किये। हमारे लिये यह … Read more