विरोधी परिहारंगल (बाधाओं का निष्कासन) – १७

 श्रीः  श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः  श्रीवानाचलमहामुनये नमः  श्रीवादिभीकरमहागुरुवे नमः श्रीवैष्णवों को अपने दैनिक जीवन में कैसी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है इसका उपदेश श्रीरामानुज स्वामीजी ने वंगी पुरुत्तु नम्बी को दिया । वंगी पुरुत्तु नम्बी ने उस पर व्याख्या करके “विरोधि परिहारंगल” नामक ग्रन्थ के रूप में प्रस्तुत किया । … Read more

विरोधी परिहारंगल (बाधाओं का निष्कासन) – १६

 श्रीः  श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः  श्रीवानाचलमहामुनये नमः  श्रीवादिभीकरमहागुरुवे नमः श्रीवैष्णवों को अपने दैनिक जीवन में कैसी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है इसका उपदेश श्रीरामानुज स्वामीजी ने वंगी पुरुत्तु नम्बी को दिया । वंगी पुरुत्तु नम्बी ने उस पर व्याख्या करके “विरोधि परिहारंगल” नामक ग्रन्थ के रूप में प्रस्तुत किया । … Read more

विरोधी परिहारंगल (बाधाओं का निष्कासन) -१५

 श्रीः  श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः  श्रीवानाचलमहामुनये नमः  श्रीवादिभीकरमहागुरुवे नमः श्रीवैष्णवों को अपने दैनिक जीवन में कैसी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है इसका उपदेश श्रीरामानुज स्वामीजी ने वंगी पुरुत्तु नम्बी को दिया । वंगी पुरुत्तु नम्बी ने उस पर व्याख्या करके “विरोधि परिहारंगल” नामक ग्रन्थ के रूप में प्रस्तुत किया । … Read more

तत्व त्रय – ईश्वर

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः तत्व त्रय इस लेख को चित्रों के माध्यम से इस लिंक पर देखा जा सकता है- https://docs.google.com/presentation/d/1Q6qEuvsuGTv4z_5–HYzlLfRFkdprThj3xmqWoyqKCQ/present#slide=id.p पिछले अंकों में, हमने चित तत्व (जीवात्मा) –  https://granthams.koyil.org/2016/07/07/thathva-thrayam-chith-who-am-i/  और अचित तत्व – https://granthams.koyil.org/2016/07/17/thathva-thrayam-achith-what-is-matter-hindi/ के स्वरुप को देखा। श्रीपिल्लै लोकाचार्य के दिव्य ग्रंथ और उस … Read more

विरोधी परिहारंगल (बाधाओं का निष्कासन) – १४

 श्रीः  श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः  श्रीवानाचलमहामुनये नमः  श्रीवादिभीकरमहागुरुवे नमः श्रीवैष्णवों को अपने दैनिक जीवन में कैसी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है इसका उपदेश श्रीरामानुज स्वामीजी ने वंगी पुरुत्तु नम्बी को दिया । वंगी पुरुत्तु नम्बी ने उस पर व्याख्या करके “विरोधि परिहारंगल” नामक ग्रन्थ के रूप में प्रस्तुत किया । … Read more

तत्व त्रय- अचित- माया क्या है?

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः तत्व त्रय इस लेख को चित्रों के माध्यम से इस लिंक पर देखा जा सकता है- https://docs.google.com/presentation/d/188gzTl_qZKtyIxiwKguIjBSkxH-9t9zUw_U98YJGbkk/present#slide=id.p पिछले अंक में ( https://granthams.koyil.org/2016/07/07/thathva-thrayam-chith-who-am-i/), हमने चित तत्व (जीवात्मा) का स्वरुप देखा। श्रीपिल्लै लोकाचार्य के दिव्य ग्रंथ और उस पर श्रीवरवरमुनि स्वामीजी के सुंदर व्याख्यान … Read more

तत्व त्रय- चित- मैं कौन हूँ?

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः तत्व त्रय इस लेख को चित्रों के माध्यम से इस लिंक पर देखा जा सकता है- https://docs.google.com/presentation/d/10BxoIyZJnpfN4HWRjNaiqkWqa7WvWYc55rmp0kxVfM4/present#slide=id।p बुद्धिमान व्यक्ति की शिक्षा से चित (आत्मा) तत्व को समझना भूमिका आत्मा, जड़ पदार्थ/ माया और ईश्वर के सच्चे स्वरुप को जानने की जिज्ञासा प्रत्येक … Read more

विरोधी परिहारंगल (बाधाओं का निष्कासन) -१३

 श्रीः  श्रीमते शठकोपाय नमः  श्रीमते रामानुजाय नमः  श्रीमद्वरवरमुनये नमः  श्रीवानाचलमहामुनये नमः  श्रीवादिभीकरमहागुरुवे नमः श्रीवैष्णवों को अपने दैनिक जीवन में कैसी चुनोतियों का सामना करना पड़ता है इसका उपदेश श्रीरामानुज स्वामीजी ने वंगी पुरुत्तु नम्बी को दिया । वंगी पुरुत्तु नम्बी ने उस पर व्याख्या करके “विरोधि परिहारंगल” नामक ग्रन्थ के रूप में प्रस्तुत किया । … Read more

श्रीवैष्णव संप्रदाय मार्गदर्शिका – संदर्भ सूची

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः श्रीवैष्णव संप्रदाय मार्गदर्शिका << पूर्व अनुच्छेद हमारे पास विभिन्न भाषाओं में बहुत से लेख/ अनुच्छेद है। कुछ उपयोगी विषय वस्तु की सूचि यहाँ उपलब्ध है: सामान्य श्रृंखलायें https://koyil.org/index.php/portal – श्रीवैष्णव वेबसाइट पोर्टल https://acharyas.koyil.org – गुरु परंपरा पोर्टल – विभिन्न भाषाओँ में आलवारों/ आचार्यों की जीवनी (अंग्रेजी, हिंदी, … Read more

श्रीवैष्णव संप्रदाय मार्गदर्शिका – दैनिक जीवन के लिए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद वरवरमुनये नमः श्री वानाचल महामुनये नमः श्रीवैष्णव संप्रदाय मार्गदर्शिका << पूर्व अनुच्छेद श्रीवैष्णवों के लिए, निम्नलिखित बिंदु समझना और अपने दैनिक अनुष्ठान/ अभ्यास में उसका अनुसरण करना अत्यंत महत्वपूर्ण है। सभी श्रीवैष्णवों का सम्मान करना चाहिए, उनके वर्ण, आश्रम, ज्ञान आदि के आधार पर मूल्यांकन नहीं करना … Read more