कृष्ण लीलाएँ और उनका सार – ३ – पूतनावध
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्रीवानाचलमहामुनये नमः श्रृंखला << सारांश श्रीकृष्ण का श्रीगोकुल में बहुत अच्छे से पालन-पोषण किया जा रहा था। माता यशोदा, श्रीनन्दगोप और गोपाङ्गनाऐं विधिपूर्वक रक्षा कर रहीं थीं। किसी प्रकार से कंस को यह पता चल गया कि यही श्रीकृष्ण हैं जो उसका वध कर देंगे। … Read more