यतीन्द्र प्रवण प्रभावम् – भाग ७२
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः यतीन्द्र प्रवण प्रभावम् << भाग ७१ श्रीवरवरमुनि स्वामीजी आचार्य स्थानों में अपने प्रमुख शिष्यों को विराजमान कर अभिषेक किया एक दिन श्रीवरवरमुनि स्वामीजी ने श्रीप्रतिवादि भयङ्कर् अण्णा स्वामीजी को बुलाकर कहा कृपाकर कन्दाडै अण्णन्, पोरेट्रु नायनार्, अनन्तैय्यनप्पै, एम्पेरुमानार् जीयर् नायनार् और कन्दाडै नायन् को श्रीभाष्य (व्यास महर्षि … Read more