श्री रामायण तनि श्लोकम् – १ – परिचय
श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्री रंगदेशिकाय नमः पूरी श्रृंखला एम्पेरुमान (भगवान) ने अनेक अवतार लिए हैं, जिनमें श्री राम अवतार विशेष रूप से अनेक लोगों को प्रिय है| आऴ्वारों एवं आचार्यों ने अपने कृतियों में श्री रामावतार का वैभव बताया है: तिरुवाईमोऴि (सहस्रागीति) 7.5.1 में रामावतार का गुणगान किया है: कऱ्पार् इराम … Read more