कृष्ण लीलाएँ और उनका सार – ४५ – शाल्व और दन्तवक्र का वध
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्रीवानाचल महामुनये नमः श्रृंखला << शिशुपाल का वध कृष्ण जब रुक्मिणी जी का हरण कर रहे थे तब शाल्व राजा उनसे युद्ध में हारकर भाग गया। उसने कहा था कि किसी भी प्रकार से वह कृष्ण और यादवों का विनाश करेगा। एक वर्ष तक उसने … Read more