कृष्ण लीलाएँ और उनका सार- १३ – धेनुकासुर का वध (उद्धार)
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद् वरवरमुनये नमः श्रीवानाचलमहामुनये नमः श्रृंखला << ब्रह्मा के अभिमान को दूर करना श्रीकृष्ण, बलराम अन्य गोपाल सखाओं के साथ वन में प्रसन्नचित्त होकर खेल रहे थे। तभी सभी ग्वाल-बालों ने बताया कि तालवन (ताड़ के वृक्षों का समूह) नामक स्थान है जहां परिपक्व मीठे फल हैं। परन्तु … Read more