श्रीवचनभूषण – सूत्रं ११
श्री: श्रीमते शठकोपाय नमः श्रीमते रामानुजाय नमः श्रीमद्वरवरमुनये नमः श्रीवानाचल महामुनये नम: पूरी शृंखला पूर्व अवतारिका श्रीपिळ्ळैलोकाचार्य स्वामीजी कृपाकर इस प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं कि वह ईश्वर और चेतना दोनों को कैसे सुधारती हैं? सूत्रं – ११ इरुवरैयुम् तिरुत्तुवदु उपदेशत्ताले सरल अनुवाद वह अपनी सलाह से दोनों को सुधारती हैं। व्याख्यान इरुवरैयुम् … … Read more